जौनपुर। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव प्रकोष्ठ व वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबंधन विभाग के संयुक्त तत्वावधान से सात दिनी राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह मनाया जा रहा है। जो 19 से 25 नवंबर तक मनाया जायेगा। राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सद्भाव सप्ताह का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि सांप्रदायिक सद्भाव से ही देश की उन्नति व प्रगति संभव है, जिस राष्ट्र में सांप्रदायिक सद्भाव स्थिर है, वहाँ आर्थिक, राजनैतिक व सामाजिक विकास अग्रसर है।
भारत को सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में हज़ारों वर्षों से विभिन्न प्रकार के धर्म, जाति , भाषा, संस्कृति पनप रही है l प्रो. मौर्य ने आशा जताई कि विश्वविद्यालय के छात्र जहाँ भी जायेंगे अपने कार्यों द्वारा सांप्रदायिक सद्भाव की खुशबू समाज में फैलाएंगे।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रोफेसर मुराद अली ने अतिथियों को स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा रखी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के नेतृत्व में राष्ट्रीय सांप्रदायिक सद्भाव प्रकोष्ठ का उद्देश्य ऐसे बच्चों का जीवन संवारना है जो सांप्रदायिक, जातिवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद आदि हिंसा एवं दंगा से अनाथ हो जाते है। प्रकोष्ठ पूरे देश में राज्यों, सरकारी विभागों, उपक्रमों आदि से साझेदारी करके निधि एकत्र करता है और ऐसे बच्चों का शिक्षण, पालन पोषण आदि में सहायता करता है।
सांप्रदायिक सद्भाव चर्चा पर डॉ पंडित रजनीकांत द्विवेदी, मौलाना हाफ़िज़ महसूस,एवं सरदार त्रिलोचन सिंह ने विचार व्यक्त किए। संचालन प्रो मुराद अली एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो अजय द्विवेदी ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार,प्रो अविनाश पाथर्डीकर , प्रो वी. डी. शर्मा, प्रो देवराज सिंह, प्रो रजनीश भास्कर, डॉ. राजकुमार सोनी, डॉ गिरिधर मिश्रा, डॉ मनोज पाण्डेय, डॉ. दिग्विजय राठौर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ पुनीत धवन,डॉ लक्ष्मी प्रसाद मौर्या,डॉ प्रमोद कुमार यादव, डॉ सुशील कुमार सिंह, डॉ प्रमेन्द्र विक्रम सिंह,सुशील कुमार,प्रांकूर शुक्ला, मोहम्मद सहाबुद्दीन,इन्द्रेश कुमार,राजेश कुमार,अनुपम,आदि उपस्थित रहे।