जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बुधवार को व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग ने हिप्नोथिरैपी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि वड़ोदरा से आए हिप्नोथिरैपी के विषय विशेषज्ञ प्रो संजीव देशपांडे ने कहा कि बहुत सी ऐसी समस्याएं है जिनका निदान चिकित्सा विज्ञान में सम्भव नहीं है। उन समस्याओं को सिर्फ़ मनोविज्ञान के नियमों व सिद्धांतों को जीवन में लागू करके परामर्श व थिरैपी द्वारा दूर किया जा सकता है।
इस दौरान हिप्नोथिरैपी के बहुत सारे डेमो भी विद्यार्थियों को कराए गये, जो उनके लिए विशेष रुचिकर रहा। कार्यक्रम के विशिष्ट वक्ता प्रकाश गर्गे ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में हिप्नोथिरैपी के द्वारा समन्वय संस्था के सहयोग से अनेकों कैंसर रोगियों को दर्द से छुटकारा दिलाया जा रहा है।
अतिथियों का स्वागत व विषय प्रवर्तन व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अजय प्रताप सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मनोविज्ञान की विशेष शाखा नैदानिक मनोविज्ञान के अंतर्गत बहुत सारी मनोवैज्ञानिक समस्याओं को पहचानने और उसका निदान करने के लिए अनेकों विधाओं में एक विशेष विधा हिप्नोथिरैपी को समझना है, जिससे लोगों की अनेकों प्रकार की मनोवैज्ञानिक समस्याओं को दूर किया जा सके।
कार्यशाला का संचालन डॉ जाह्नवी श्रीवास्तव ने और डॉ अनु त्यागी ने व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग की ब्रीफ हिस्ट्री प्रस्तुत किया। डॉ मनोज पांडेय ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर प्रो अविनाश पार्थीडेकर, डॉ ममता सिंह, डॉ सुभाष ,डॉ आकांक्षा श्रीवास्तव व अन्य के साथ मोहम्मद हसन डिग्री कॉलेज मड़ियाहूं पीजी कॉलेज प्रतापगंज पीजी कॉलेज अन्य कॉलेज से भी विद्यार्थी शामिल हुए।