कोलकाता। गोदरेज लॉक्स अपने वार्षिक अभियान ‘हर घर सुरक्षित’ के अंग के रूप में, 15 नवंबर को होम सेफ्टी डे (गृह सुरक्षा दिवस) के रूप में मनाती रही है। अपने सातवें साल के जश्न से पहले, ब्रांड ने पहली बार ‘माई होम सेफ्टी कोशिएंट’ की लॅाचिंग की। यह एक ऑनलाइन प्रक्रिया है, जिसके तहत उपभोक्ता एक त्वरित प्रश्नावली के जरिए अपने घर की सुरक्षा का आकलन कर सकते हैं।
इस अवसर पर गोदरेज लॉक्स एंड आर्किटेक्चरल फिटिंग्स एंड सिस्टम्स के बिजनेस हेड श्याम मोटवानी ने कहा “होम सेफ्टी कोशिएंट’ का लॉन्च हमारे शोध के निष्कर्षों पर आधारित है, जिससे लोगों के जीवन पर घर की सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के महत्वपूर्ण असर का पता चलता है।“
गोदरेज लॉक्स ने पिछले साल ‘लिव सेफ, लिव फ्री प्रोग्राम’ नामक एक पहल की घोषणा की थी, जिसमें 52 सप्ताह के दौरान, देश भर के 52 शहरों (एनसीबी डेटा के अनुसार 10 सबसे संवेदनशील शहर) में मुफ्त घरेलू सुरक्षा आकलन कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह पहल 17,500 से अधिक परिवारों तक पहुंच बनाने में कामयाब रही। इस कार्यक्रम से प्रेरित होकर, ब्रांड ने 2023 में, घरेलू सुरक्षा के मामले में उपभोक्ताओं के व्यवहार और डर को गहराई से समझने की योजना बनाई और इसलिए यह सर्वेक्षण शुरू किया गया।
इस शोध के लिए तय किए गए शहरों में से एक शहर, कोलकाता था। इस शोध में शामिल कोलकाता के आधे से अधिक उत्तरदाताओं (56%) के मन में अभी भी घरेलू सुरक्षा के बारे में चिंता बनी रहती है, और राष्ट्रीय स्तर पर यह अनुपात 54% है।
इस तरह की समझ ने एक नई अवधारणा, यानी होम सेफ्टी कोशिएंट, को पेश करने के लिए प्रेरित किया। इस साल ब्रांड द्वारा पेश किया गया, ‘माई होम सेफ्टी कोशिएंट’ एक ऐसा टेस्ट है जो डिज़ाइन की गई नई माइक्रोसाइट पर उपलब्ध है, जिसमें उपभोक्ता कुछ आसान सवालों के जवाब दे सकते हैं और साथ ही सिस्टम के ज़रिये आकलन किया जा सकता है कि उनके घर में कितना खतरा है। यह आकलन की शुरुआत भर है।
सेफ्टी कोशिएंट ज़ाहिर हो जाने के बाद, उपभोक्ताओं के पास सुरक्षा विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा मुफ्त होम सेफ्टी चेक अप और गहन विश्लेषण कराने का विकल्प होता है। इसका उद्देश्य है, उपभोक्ताओं को सोचने के लिए प्रेरित करना और उन्हें अच्छे घरेलू सुरक्षा एवं लॉकिंग समाधानों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करने में मदद करना।
‘लिव सेफ, लिव फ्री’ सर्वेक्षण से हमें जो शुरुआती जानकारियां मिलीं, उनके हिसाब से, बेफिक्र जीवनशैली की बात हो, तो लोगों को झिझक महसूस होती है, खासकर त्योहारी मौसम के दौरान। कोलकाता में हाल ही में देश के सबसे भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक- दुर्गा पूजा मनाई गई और भारत के अग्रणी ब्रांडों में से एक के रूप में जो घर की सुरक्षा की वकालत करते हैं – हम उनके घर की सुरक्षा के बारे में डर और चिंता को समझते हैं, जो ऐसे समय में हमेशा रहती है। उदाहरण के लिए, कई क्षेत्रों में त्योहारी मौसम में अपराध की दर में चरम वृद्धि देखी जाती है।
यही वजह है कि ‘माई होम सेफ्टी कोशिएंट’ महत्वपूर्ण है। एक ब्रांड के रूप में हमने हमेशा अपने उपभोक्ताओं को घरेलू सुरक्षा मूल्यांकन में मदद की है और घर पर सही प्रकार के लॉकिंग समाधान की आवश्यकता के बारे में बात की है। यह सरल मूल्यांकन प्रक्रिया उपभोक्ताओं को खुद इसका आकलन करने की मदद करेगा। यह समझने में मदद करेगा कि उनके घर का स्फेटी कोशिएंट क्या है और कहां सुरक्षा बढ़ाने की ज़रूरत है और फिर यदि ज़रूरी हो, तो उनके पास घर की मुफ्त गहन सुरक्षा जांच के लिए विशेषज्ञों को बुलाने का विकल्प है।
गोदरेज लॉक्स एंड आर्किटेक्चरल फिटिंग्स एंड सिस्टम्स (जीएलएएफएस), गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस की इकाई है। यह भारत के सबसे प्रतिष्ठित ब्रांडों में से एक है और अग्रणी उद्यम है, जो अपनी स्थापना से समय से ही उपभोक्ताओं के बीच घरेलू सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा दे रहा है। गोदरेज लॉक्स ने घरेलू सुरक्षा प्रौद्योगिकी को अपग्रेड करने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित एक राष्ट्रव्यापी पहल, ‘होम सेफ्टी डे’ की परिकल्पना और शुरुआत की थी। इसे 6 साल से अधिक समय से चल रहे एक अभियान – ‘हर घर सुरक्षित’ के तहत पेश किया गया था।