Heart Attack : टीवी इंडस्ट्री का जाने-माने एक्टर सिद्धांत वीर सूर्यवंशी (siddhaanth vir surryavanshi) का शुक्रवार को 46 वर्ष की उम्र में जिम में Workout करते समय अचानक दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अस्पताल में 45 मिनट तक सिद्धांत का इलाज किया गया था, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए और उनकी मृत्यु हो गई। सिद्धांत के पहले भी कई सेलेब्स जिनकी मौत वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक से हो चुकी है, जिनमें राजू श्रीवास्तव (58), पुनीत राजकुमार (46), केके (53) सिद्धार्थ शुक्ला (40) के नाम शामिल है। बीते कुछ सालों में जिम में वर्कआउट के दौरान हार्ट अटैक (Heart Attack) आने के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं वर्कआउट करने के दौरान जिम में क्यों हार्ट अटैक आ रहे हैं, इसकी क्या वजह है…
जानें कैसे होता है हार्ट अटैक
हार्ट अटैक एक सर्कुलेशन डिसऑर्डर है। इंसान को उस समय हार्ट अटैक आता है, जब दिल को ब्लड पहुंचाने वाले सिस्टम में रुकावट आने लगती है, कभी-कभी दिल की मांसपेशियों के एक हिस्से में ऑक्सीजन युक्त ब्लड का प्रवाह धीमा या कई मामलों में ब्लॉक भी हो जाता है। ऐसे में अगर ब्लड फ्लो को जल्द से जल्द ठीक नहीं किया जाता है तो मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और हार्ट मसल्स मरने लगती हैं, हालांकि, हार्ट अटैक के दौरान दिल धड़कता रहता है।
वर्कआउट करते समय क्यों आता है हार्ट अटैक?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी शारीरिक क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए ही एक्सरसाइज करनी चाहिए क्योंकि शरीर की भी एक क्षमता होती है। जब आप तेजी से दौड़ते हैं या फिर ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो महसूस करते होंगे कि हार्ट ज्यादा तेज बीट करता रहा है। इससे तो साफ हो जाता है कि एक्सरसाइज और हार्ट के बीच कनेक्शन हैं। नॉर्मल एक्सरसाइज करने वालों की तुलना में जिम में ज्यादा वर्कआउट करते हैं। हैवी वेट उठाते हैं। ट्रेडमिल पर हम ज्यादा दौड़ते हैं। हद से ज्यादा एक्सरसाइज हार्ट पर ज्यादा प्रेशर डालती है जो सेहत के लिए सही नहीं होता है। कुछ वक्त पहले एक स्टडी एथलीट पर की गई थी। जिसमें पाया गया था कि तेज दौड़ने की वजह से धावकों के हृदय की क्षति से जुड़े बायोमार्कर पाए गये थे।
हालांकि ये बायोमार्कर अपने आप दूर हो जाते हैं, लेकिन हार्ट अगर ज्यादा शारीरिक तनाव को बार-बार सहता है तो यह स्थायी हो सकता है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि ज्यादा देर तक एक्सरसाइज करना, ट्रेड मिल पर ज्यादा दौड़ने से दिल की बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। दिल का दौरा तब आता है जब हार्ट में ब्लड का फ्लो गंभीर रूप से कम या बाधित हो जाता है। ज्यादा एक्सरसाइज हृदय की मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे हार्ट अटैक हो सकता है।
इन कारणों से भी हो सकता है हार्ट अटैक
जिम में एक्सरसाइज करते ही हार्ट अटैक आए ऐसा जरूरी नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई और कारण हो सकते हैं जैसे- तंबाकू-धूम्रपान,हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज। यहां तक की मानसिक तनाव भी हार्ट अटैक की वजह बन सकती है।
बचने के उपाय-
जिम जाने से पहले यह जान लें कि आप हार्ट पेशेंट, डायबिटीज पेशेंट तो नहीं हैं। अगर हैं तो जिम ट्रेनर को इसकी जानकारी दें।
-हार्ट पेशेंट जिम में हैवी वर्कआउट ना करें।
-नॉर्मल इंसान भी हैवी वर्कआउट अचानक शुरू ना करें।
-हार्ट पेशेंट 20 मिनट से ज्यादा समय तक ट्रेडमिल पर दौड़े नहीं।
-ट्रेडमिल का स्पीड भी ज्यादा नहीं रखें।
-एक्सरसाइज के दौरान तुरंत पानी ना पिएं।
-ट्रेनर की निगरानी में एक्सरसाइज करें।
-अगर जिम के दौरान किसी भी तरह की बेचैनी लग रही हो तो तुरंत वर्कआउट बंद कर दें।
-बेचैनी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
-अगर जिम करते हैं तो डाइट पर फोकस करें।
-रेगुलर चेकअप जरूर कराएं।
GYM TIPS
- ट्रेडमिल पर पहले पांच मिनट धीमी रफ्तार में दौड़े। धीरे-धीरे गति बढ़ाएं।डॉक्टर तेज दौड़ने की सलाह नहीं देते हैं। इसलिए रफ्तार में बैलेंस बनाकर रखें।
- अगर आप जिम जाना अभी शुरू किए हैं तो हल्के वजन के साथ ट्रेनिंग शुरू करें। धीरे-धीरे हैवी वेट के साथ एक्सरसाइज करें।
- जिम के दौरान शारीरिक लक्षणों पर ध्यान दें। जैसे ज्यादा पसीना आना, सीने में भारीपन,जबड़े में दर्द,बाएं हाथ में दर्द हो तो तुरंत एक्सरसाइज बंद कर दें और डॉक्टर के पास जाएं।