Unique Village Of India : घरों को सुरक्षित रखने के लिए लोग दरवाजे लगाते है, जिससे कोई अंजान व्यक्ति घर में ना घुस पाएं, ना चोरी हो सकें। वहीं जब आप कहीं बाहर जाते हैं तो निश्चिंत होकर घर को अच्छी तरह से लॉक करके जाते है, जिससे घर में रखा सामान सुरक्षित रहे, लेकिन सोचिए अगर कोई आपसे कहे कि आप अपना सारा घर ऐसे ही भगवान के भरोसे छोड़ दो और घर में दरवाजे ना लगाओ, तो शायद आप कभी ऐसा ना करें। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे अनोखे गांव (Unique Village Of India) के बारे में बताएंगे जहां घरों-दुकानों में दरवाजे नहीं लगते। वहां सब कुछ ऐसे ही खुला पड़ा रहता है, लेकिन कोई भी व्यक्ति वहां का सामान इधर से उधर करने की हिम्मत नहीं कर पाता। इतना ही नहीं, लोगों के विश्वास और आस्था को देखते हुए वहां एक सरकारी बैंक की Lockless शाखा भी खोली गई है। जी हां हैरान हो गए न, लेकिन यही सच है। आइए आपको बताते है इस जगह के बारे में और ऐसा करने के पीछे की वजह…
यहां स्थित है वो जगह
हम जिस जगह की बात कर रहे है वो महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले का छोटा सा गांव शनि शिंगणापुर (shani shingnapur Village) है। जो शनि देवता के मंदिर के लिए जाना जाता है.। इस मंदिर में भगवान शनि की 5 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित है, जिसके दर्शन करने के लिए देश-विदेश से भी लोग यहां आते हैं।
इस कारण लोग घरों-दुकानों में नहीं लगवाते दरवाजे
शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि जिस स्थान पर स्वयं न्याय के देवता विराजमान हों, वहां कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। यहां के लोग शनिदेव पर इतनी आस्था रखते हैं कि वे अपने घरों और दुकानों में दरवाजे और ताले नहीं डालते क्योंकि उन्हें यकीन है कि शनिदेव उनकी हर चीज की रक्षा खुद करते हैं।
बैंक में नहीं लगते ताले
इतना ही नहीं, इस गांव में साल 2011 में राष्ट्रीयकृत यूको बैंक (UCO Bank) की शाखा खोली गई थी, इस बैंक में भी ताले नहीं लगते है। खास बात ये है कि यह यूको बैंक की एकमात्र ऐसी ब्रांच है जिसको देश की पहली लॉकलेस ब्रांच होने का दर्जा भी हासिल है। चाहे दिन हो, रात हो या छुट्टी हो, इस बैंक में ताला नहीं लगाया जाता, लेकिन शुरुआत में बैंक के अफसर कैश की सुरक्षा को लेकर डरे रहते थे, इसलिए छुट्टी के दिन और रात में समय बैंक के बाहर कर्मचारियों की तैनाती की थी। लेकिन धीरे-धीरे बैंक के बाहर से उन कर्मचारियों को भी हटा दिया गया, अब बैंक के बाहर सिर्फ एक ग्लास फ्रेम डोर लगा है, जिससे कोई जानवर ना घुसने पाएं।
ये है मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, एक बार गांव में भारी वर्षा हुई थी उसी दौरान ग्रामीणों को काली चट्टान का एक बड़ा शिला मिला। जब लोगों ने उस शिला को दबाकर देखा तो उसमें से खून बह रहा था। उसी रात गांव के मुखिया को एक सपना आया. उस सपने में शनिदेव ने उन्हें गांव में एक मंदिर बनवाने का आदेश दिया और साथ ही कहा कि वे खुद इस गांव की रक्षा करेंगे। इसके बाद इस गांव में शनि देव का मंदिर बनवाया गया. यहां के लोगों की मान्यता है कि यहां शनिदेवका का साक्षात रूप विराजमान है।