साल का पहला चंद्र ग्रहण वैशाख मास की पूर्णिमा तिथि को पड़ रहा है। यह साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। पूर्णिमा तिथि के दिन होने के कारण इस बार बुद्ध पूर्णिमा भी पड़ रही है। इस चंद्र ग्रहण का वैज्ञानिक के साथ-साथ धार्मिक महत्व काफी अधिक है। बता दें कि भारत में चंद्र ग्रहण नहीं दिखाई देगा। जिसके कारण सूतक काल भी नहीं लगेगा। जानिए चंद्र ग्रहण का समय, किस देश में दिखाई देगा ये ग्रहण।
क्या है पूर्ण चंद्र ग्रहण?
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब सूर्य परिक्रमा करते हुए प्रथ्वी उसके ठीक सामने आ जाती हैं तो उसके आगे चंद्रमा आ जाता है। ऐसी स्थिति में पृथ्वी सूर्य को पूरी तरह से ढक लेती है, जिससे चंद्रमा तक सूर्य की रोशनी नहीं पहुंच पाती है और यहीं पूर्ण चंद्र ग्रहण कहलाता है। साधारण शब्दों में कहे तो जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती हैं तो चंद्र ग्रहण पड़ता है। चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव
ज्योतिषों के अनुसार, साल का पहला चंद्र ग्रहण 16 मई को लग रहा है जोकि वृश्चिक राशि में लगेगा। इस चंद्र ग्रहण का असर कुछ राशियों के लिए शुभ होगा। लेकिन अधिकतर राशियों को किसी न किसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। चंद्र ग्रहण का समय साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ये चंद्र ग्रहण अफ्रीका, दक्षिण-पश्चिमी यूरोप, दक्षिण-पश्चिमी एशिया, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अफ्रीका, अधिकांश उत्तरी अमेरिका, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका आदि देशों में दिखाई देगा।