Friday, September 20, 2024
spot_img
spot_img
Homeuttar pradeshBARAWAFAT : 'सरकार की आमद मरहबा' के नारों के साथ उठा जुलूसे...

BARAWAFAT : ‘सरकार की आमद मरहबा’ के नारों के साथ उठा जुलूसे मोहम्मदी, रात भर चला नातिया कलाम का दौर

spot_img
spot_img
spot_img

Varanasi : रविवार को ईद मिलादुन्नबी (पैगंबर साहब के जन्म दिन) पर निकले जुलूसे मोहम्मदी में आपसी सद्भाव और देश प्रेम का जज्बा देखने को मिला। शहर में निकले जुलूस में शामिल लोग इस्लामिक झंडे के साथ राष्ट्रध्वज भी लहराते हुए चल रहे थे। इसमें हिंदू भाइयों ने भी बढ़-चढ़ कर सहयोग किया। रात भर मुस्लिम इलाकों में नातिया कलाम का भी दौर जारी रहा।

पूर्वांचल का सबसे बड़ा जुलूस

ईद मिलादुन्नबी पर निकलने वाला यह पूर्वांचल का सबसे बड़ा जुलूस है। इसमें वाराणसी के साथ ही आसपास के जिलों के लोग भी शामिल होते है। इसके चलते रविवार को लाखों की संख्या में लोग जुलूस में शामिल हुए। हाथों में इस्लामिक और तिरंगा झंडा था तो लबों पर सरकार की आमद मरहबा और नार-ए-तकबीर और नारे रेसालत के नारे थे।

क्यों निकालते है जुलूस

पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब का जन्म इस्लामिक माह रबीउल अव्वल की 12 तारीख को हुआ था। इस दिन को ईद मिलादुन्नबी, यौमुन्नबी या विलादत-ए-नबी के नाम से पुकारा जाता है। इस दिन को जश्न के रूप में मनाते हैं। घरों पर हरी झंडियां लगाई जाती हैं, जुलूस निकलते है और पूरे रबीउल अव्वल माह में जलसों का आयोजन होता है।

इन रास्तों से होकर निकला जुलूस

रेवड़ी तालाब मैदान से सुबह 7.30 बजे जुलूस-ए-मोहम्मद निकाला गया। जुलूस रविंद्रपुरी, शिवाला, मदनपुरा, मैदागिन, कबीरचौरा होते बेनियाबाग पहुंच कर सभा में परिवर्तित हो गया। तकरीर और दुआ के साथ जुलूस समाप्त हो गया। तकरीर में पैगंबर साहब के जीवन के बारे में बताया गया और उनके द्वारा बताए गए रास्तों पर चलने की बात कही गई। इसके अलावा देश और दुनिया में अमन और शांति के लिए दुआ की गई।

रात भर चला नातिया कलाम का दौर

इसके पहले देर रात से रेवड़ी तालाब, मदनपुरा, दालमंडी, नई सड़क आदि जगहों पर जगह-जगह लगे स्टेज पर अंजुमनों ने नातिया कलाम पेश किया। नबी की शान में पेश किए गए नातिया कलाम में विजेता अंजुमनों को इनाम भी दिया गया।

spot_img
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img

Most Popular

spot_img

Recent Comments

Ankita Yadav on Kavya Rang : गजल